● नमक कम करें, पोटैशियम व मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स लें

नई दिल्ली।
हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) अब एक वैश्विक संकट बन चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में 1.28 अरब से अधिक वयस्क (उम्र 30-79 वर्ष) इस ‘साइलेंट किलर’ से जूझ रहे हैं, जिनमें से लगभग 46 प्रतिशत को यह तक नहीं पता कि उन्हें यह बीमारी है।
इसी बीच अमेरिका के प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन डॉ. जेरमी लंदन ने एक वीडियो संदेश में प्राकृतिक तरीकों से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के तीन असरदार उपाय साझा किए हैं। 25 वर्षों से अधिक का चिकित्सकीय अनुभव रखने वाले डॉ. लंदन का मानना है कि बिना दवा के भी बीपी नियंत्रित किया जा सकता है, अगर व्यक्ति जीवनशैली में कुछ अहम बदलाव करें।

हाइपरटेंशन के प्रमुख लक्षण
डॉ. लंदन ने बताया कि अधिकतर मामलों में हाई बीपी के कोई साफ लक्षण नहीं होते, लेकिन जब यह 180/120 mmHg से अधिक पहुंच जाता है, तब सिरदर्द, चक्कर, घबराहट, सीने में दर्द, नाक से खून आना और धुंधली दृष्टि जैसे संकेत सामने आ सकते हैं।
ब्लड प्रेशर को नैचुरली तरीके से कम करें
डॉ. लंदन ने सलाह दी कि नमक की मात्रा सीमित रखें और डाइट में पोटैशियम व मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स जैसे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और नट्स को शामिल करें। इससे न सिर्फ बीपी नियंत्रित रहता है बल्कि वजन भी संतुलन में आता है।
डॉ. लंदन के अनुसार एरोबिक एक्सरसाइज़ जैसे तेज चलना, तैराकी या साइक्लिंग दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं जबकि रेसिस्टेंस ट्रेनिंग (जैसे वेटलिफ्टिंग) रक्त प्रवाह को बेहतर करती है।
डॉ. लंदन ने स्पष्ट किया कि शराब का कोई सुरक्षित स्तर नहीं होता। यह रक्तवाहिनियों को संकुचित करती है और हृदय पर अनावश्यक दबाव डालती है।
विशेषज्ञों की राय
मुंबई के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. नरेश माहेश्वरी का कहना है कि यह समय है जब लोग दवाओं पर निर्भर रहने की बजाय जीवनशैली में सुधार करें। डॉ. लंदन की सलाह व्यवहारिक और प्रभावशाली है।
(सोर्स :TOI)