
जॉर्जटाउन।
जब दुनिया खाद्य संकट, गरीबी और जलवायु बदलाव से जूझ रही है, तब दक्षिण अमेरिका का छोटा सा देश गुयाना चुपचाप एक मिसाल बन गया है। एक हालिया वैश्विक अध्ययन के मुताबिक गुयाना दुनिया का इकलौता देश है जो अपनी पूरी आबादी को बिना किसी आयात के सातों जरूरी खाद्य समूहों – अनाज, दालें, फल, सब्जियां, प्रोटीन, डेयरी और वसा से पोषण देने में सक्षम है।
नेचर फूड में प्रकाशित और साइंस फोकस द्वारा सामने लाए गए अध्ययन में यह खुलासा हुआ कि 186 देशों में से सिर्फ गुयाना ही पूरी तरह से खाद्य आत्मनिर्भरता की दहलीज पर खड़ा है।
इस सफलता के पीछे गुयाना की ईमानदार और जिम्मेदार जनता, कालाबाजारी से मुक्त बाजार और कृषि उत्पादन में सतत मेहनत है। यहां कोई अनाज छिपाकर नहीं रखता इसलिए हर किसी को सही दाम पर अच्छा खाना मिल जाता है।
आज जब बड़े-बड़े विकसित देश भी खाद्य सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं, गुयाना ने दिखा दिया है कि इच्छाशक्ति, नीति और जनसहभागिता से एक छोटा देश भी दुनिया को राह दिखा सकता है।
बेहतरीन