
बिहार के सुपौल जिले के कटहरा गांव में रहने वाली कविता देवी ने बहू नीतू कुमारी को स्कूल भेजकर समाज के सामने एक प्रेरणादायक उदाहरण पेश किया है। आमतौर पर जहां ससुराल को घरेलू जिम्मेदारियों का केंद्र माना जाता है, वहीं कविता देवी ने रसोइया की नौकरी करते हुए बहू को रसोई तक सीमित नहीं किया, बल्कि उसे पढ़ाई के लिए स्कूल भेजा।
नीतू की शादी सन्नी कुमार से हुई है, जो फिलहाल पूर्णिया में पढ़ाई कर रहे हैं। अब नीतू नवीं कक्षा में पढ़ रही हैं और शिक्षक बनने का सपना देख रही हैं। कविता देवी का मानना है कि शिक्षा ही हमें आगे बढ़ने का रास्ता दिखाती है और बहू की पढ़ाई पूरे परिवार को मजबूत बनाएगी।
एक सास का यह कदम न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज को सशक्त बनाने की दिशा में एक सुंदर शुरुआत है।