● भारत में अहमदाबाद सबसे सुरक्षित, मुंबई 145वें स्थान पर

मुंबई।
दुनिया के सबसे सुरक्षित शहरों की 2025 की नई सूची सामने आ गई है, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी ने एक बार फिर पहला स्थान हासिल किया है। न्यूम्बियों सेफ्टी इंडेक्स (Numbeo Safety Index 2025) के अनुसार अबू धाबी लगातार नौवें वर्ष इस सूची में शीर्ष पर रहा है। इसकी सुरक्षा रेटिंग 88.8 दर्ज की गई है।
इस वैश्विक सूची में शीर्ष 10 शहरों में से छह गल्फ देशों से हैं। यह दर्शाता है कि इन देशों ने तकनीकी विकास, सख्त कानून व्यवस्था और स्थिर शासन के जरिए सुरक्षा के मानकों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
शीर्ष 10 सबसे सुरक्षित शहर – 2025 (Safety Index)
- अबू धाबी (UAE) – 88.8
- दोहा (कतर) – 84.3
- दुबई (UAE) – 83.9
- शारजाह (UAE) – 83.7
- ताइपे (ताइवान) – 83.6
- मनामा (बहरीन) – 81.3
- मस्कट (ओमान) – 81.1
- द हेग (नीदरलैंड) – 80.0
- ट्रोंडहेम (नॉर्वे) – 79.3
- एइंडहोवन (नीदरलैंड) – 79.1

भारत में सबसे सुरक्षित शहर बना अहमदाबाद
भारत के लिए राहत की बात यह रही कि अहमदाबाद ने 68.6 की सुरक्षा रेटिंग के साथ वैश्विक स्तर पर 77वां स्थान प्राप्त किया है, जो भारत में सर्वोच्च है।
इसके बाद जयपुर, कोयंबटूर, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद, और मुंबई जैसे शहर भी सुरक्षा के मामले में मजबूत स्थिति में हैं, हालांकि उनकी वैश्विक रैंक अपेक्षाकृत कम रही। अहमदाबाद (77) के बाद जयपुर (96), कोयंबटूर (112), पुणे (129) और मुंबई का स्थान 145वां है।
गल्फ देशों की सफलता के कारण
- तकनीकी निगरानी प्रणाली जैसे AI आधारित कैमरे और स्मार्ट पुलिसिंग
- कठोर कानून व्यवस्था और अपराध के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ नीति
- सामाजिक स्थिरता और शासन की पारदर्शिता, जो नागरिकों को सुरक्षा का अहसास कराती है।
वैश्विक सुरक्षा में एशिया की भूमिका
ताइपे (ताइवान) और ट्रोंडहेम (नॉर्वे) जैसे गैर-गल्फ शहरों की रैंकिंग यह दर्शाती है कि सुरक्षा केवल आर्थिक विकास या धार्मिक संरचना का परिणाम नहीं बल्कि अच्छी शहरी योजना और नागरिक सहभागिता का प्रतिफल भी है।
सूत्र: NDTV, Times of India, Gulf News
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