
मुंबई। भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति और सेवा भाव को जन-जन तक पहुँचाने वाले इस्कॉन ने अब सामाजिक उत्तरदायित्व की दिशा में भी एक नई मिसाल कायम की है। पालघर के आदिवासी क्षेत्रों में कुपोषण और भोजन की समस्या को ध्यान में रखते हुए इस्कॉन के गोवर्धन इको विलेज (जीईवी) ने ‘मेरी माटी, मेरी थाली’ अभियान की शुरुआत की। इस अनूठे अभियान का उद्घाटन केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने किया।
कार्यक्रम में मंत्री यादव ने कहा कि मन और पर्यावरण का संतुलन ही स्वस्थ जीवन और संस्कार का आधार है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों पर चिंता जताते हुए प्राकृतिक खेती को आज की जरूरत बताया। साथ ही आदिवासी किसानों को मौसमी फसलों की खेती और उचित बाजार उपलब्ध कराने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने लोगों से भोजन में मोटे अनाज शामिल करने की भी अपील की।
यादव ने यह भी घोषणा की कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय, जीईवी, आईआईएम अहमदाबाद और आईआईटी के सहयोग से पालघर में हरित ऊर्जा केंद्र की स्थापना में सहयोग करेगा।
जीईवी के निदेशक गौरांग दास ने कहा कि संस्था का लक्ष्य पालघर को कुपोषण मुक्त बनाना है। इसके लिए ‘पोषण सखी’ और ‘पोषण सखा’ तैयार किए जाएंगे जो ग्रामीणों को स्थानीय उपज से पौष्टिक भोजन बनाने की विधि सिखाएँगे। वहीं, स्कूली बच्चों में भी संतुलित आहार के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी।
जीईवी के प्रमुख सनत कुमार दास ने बताया कि सालभर स्थायी आमदनी के अभाव में आदिवासी पलायन को मजबूर होते हैं। इसे रोकने के लिए आवश्यक है कि किसानों को सिंचाई साधन, फसलों की विविधता और उचित बाजार उपलब्ध हो। जीईवी इस दिशा में ठोस पहल कर रहा है।
