
● नई दिल्ली ।
देश की राजधानी दिल्ली अक्तूबर माह में वायु प्रदूषण के मामले में देश का छठा सबसे प्रदूषित शहर रही। ऊर्जा एवं स्वच्छ वायु अनुसंधान केंद्र की ताजा रिपोर्ट ‘मंथली एयर क्वालिटी स्नैपशॉट’ के अनुसार, दिल्ली का औसत पीएम2.5 स्तर 107 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया जो सितंबर के 36 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के औसत से लगभग तीन गुना अधिक है जबकि सबसे स्वच्छ शहरों में शिलांग शीर्ष पर है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि हरियाणा का धारूहेडा अक्तूबर में देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां पीएम2.5 का औसत स्तर 123 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज हुआ। दिलचस्प यह है कि धारूहेडा में 77 प्रतिशत दिनों में वायु गुणवत्ता राष्ट्रीय स्वच्छ वायु मानक से ऊपर रही, जिनमें दो दिन ‘गंभीर’ और नौ दिन ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आए।

धारूहेडा के बाद रोहतक, गाजियाबाद, नोएडा, बल्लभगढ और फिर दिल्ली का स्थान रहा। शीर्ष 10 प्रदूषित शहरों की सूची में उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चार-चार शहर शामिल हैं, जो सभी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का हिस्सा हैं।
स्थानीय उत्सर्जन है प्रदूषण का कारण
अध्ययन के मुताबिक, पराली जलाने से दिल्ली के पीएम2.5 स्तर में योगदान छह प्रतिशत से भी कम रहा। इसके बावजूद राजधानी में प्रदूषण का तेज बढना यह दर्शाता है कि स्थानीय उत्सर्जन स्रोत ही प्रमुख कारण हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ मौसमी कदम, जैसे ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP), इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं कर सकते।

सबसे स्वच्छ शहरों में शिलांग शीर्ष पर
वहीं दूसरी ओर, मेघालय की राजधानी शिलांग अक्तूबर में देश की सबसे स्वच्छ हवा वाला शहर रही, जहां पीएम2.5 का औसत स्तर केवल 10 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज हुआ। रिपोर्ट में बताया गया कि शीर्ष 10 स्वच्छ शहरों में कर्नाटक के चार, तमिलनाडु के तीन, तथा सिक्किम और छत्तीसगढ के एक-एक शहर शामिल हैं।
