● सरकार की एडवाइजरी पर एक्शन शुरू

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को तत्काल प्रभाव से दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को किसी भी प्रकार की खांसी या सर्दी-जुकाम की दवा देने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय शिशुओं को संभावित दुष्प्रभावों से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है।
हाल में मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप पीने से कई बच्चों की किडनी फेल होने और अब तक 11 बच्चों की मौत के बाद यह कदम उठाया गया है। जांच में सिरप में जहरीले रसायन की पुष्टि हुई, जिसके बाद राज्य सरकार ने उसकी बिक्री पर रोक लगा दी। इसी तरह बैतूल और राजस्थान में भी ऐसी घटनाएं सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की थी।
स्वास्थ्य संस्थानों को मिले सख्त निर्देश
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) तथा सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि केंद्र की गाइडलाइन का पालन हर स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को चेतावनी दी गई है कि दो वर्ष से कम बच्चों को इन दवाओं का उपयोग किसी भी स्थिति में न किया जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं के आयुक्तालय ने इस विषय पर उच्चस्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जिलास्तरीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई होगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों में सामान्य खांसी-जुकाम प्रायः स्वतः ठीक हो जाता है, इसलिए दवा देना अनावश्यक और जोखिमभरा हो सकता है। आम जनता को डॉक्टर की सलाह के बिना बच्चों को दवा न देने के प्रति जागरूक किया जाएगा।
