
नई दिल्ली। 2025 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा क्रमशः शुरू हो चुकी है। चिकित्सा विज्ञान के बाद अब भौतिकी के क्षेत्र में विजेताओं के नाम सामने आए हैं। इस वर्ष का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से जॉन क्लार्क, मिशेल एच. डेवोरेट और जॉन एम. मार्टिनिस को प्रदान किया गया है।
इन वैज्ञानिकों को यह सम्मान विद्युत परिपथों में मैक्रोस्कोपिक क्वांटम मैकेनिकल टनलिंग और ऊर्जा क्वांटाइजेशन जैसी महत्वपूर्ण खोजों के लिए दिया गया है। उनकी इस खोज ने क्वांटम कंप्यूटिंग और सुपरकंडक्टिंग तकनीक की दिशा में नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं।
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा हर वर्ष यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन वैज्ञानिकों को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने भौतिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया हो। इस पुरस्कार के तहत विजेताओं को कुल 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन (लगभग 1.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की राशि दी जाती है। यदि विजेता एक से अधिक हों, तो यह राशि समान रूप से बांट दी जाती है, जैसा कि इस वर्ष भी होगा।
इस उपलब्धि ने क्वांटम युग की दिशा में मानवता की वैज्ञानिक यात्रा को एक नया अध्याय प्रदान किया है।
