
■ सुविचार : सफल वही होता है, जो परिस्थितियों को दोष न देकर, उन्हें सुधारने का प्रयास करता है।
पंचांग@5 सितंबर, 2025
शुक्रवार, भाद्रप्रद शुक्ल 13, नक्षत्र- श्रवण, योग-शोभन, करण- कौलव। प्रदोष। शिक्षक दिवस।
राहुकाल
दोपहर 11.04 से 12.37 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12.12 से 1.02 बजे तक
प्रदोष काल: सायं 6.49 से रात्रि 9.06
दिशाशूल व परिहार
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल होता है। शुक्रवार को जौ खाकर यात्रा करने से दिशाशूल का प्रभाव कम होता है।
अस्वीकरण: सद्वार्ता में प्रकाशित या प्रसारित चिकित्सा, स्वास्थ्य, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास व पुराण संबंधी सभी लेख, वीडियो व सामग्री केवल सामान्य जानकारी हेतु प्रस्तुत की जाती है। यह सामग्री विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों से संकलित है किंतु इसका उद्देश्य किसी प्रकार की चिकित्सीय या विशेषज्ञ सलाह देना नहीं है।
कृपया किसी भी उपचार, उपाय या योगिक/ज्योतिषीय अनुशंसा को अपनाने से पूर्व संबंधित क्षेत्र के योग्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
सद्वार्ता इस सामग्री के उपयोग से उत्पन्न किसी भी प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।