
■ सुविचार : सच्ची श्रद्धा वही है, जहाँ आडंबर न हो। सच्चा प्रेम वही है, जहाँ अपेक्षा न हो और सच्ची सफलता वही है, जहाँ अहंकार न हो।
पंचांग@14 सितंबर, 2025
रविवार, आश्विन कृष्ण 8, नक्षत्र- रोहिणी, योग-वज्र, सिद्धि, करण- बालव। हिंदी दिवस। कालाष्टमी।
अष्टमी श्राद्ध।
राहुकाल
शाम 5.09 से 6.41 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12.09 से 12.58
दिशाशूल व परिहार
रविवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल होता है। रविवार को दलिया, घी या पान खाकर यात्रा करने से दिशाशूल का प्रभाव कम होता है।
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