
■ सुविचार : माता-पिता का आशीर्वाद वो अदृश्य छाया है, जो जन्म से लेकर जीवन की अंतिम सांस तक हमारे साथ रहती है।
पंचांग@15 सितंबर, 2025
सोमवार, आश्विन कृष्ण 9, नक्षत्र- मृगशीर्ष, योग-व्यतिपात, करण- तैतिल।
मातृ नवमी। अविधवा नवमी।
नवमी श्राद्ध।
राहुकाल
प्रातः 7.59 से 9.30 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12.09 से 12.58
प्रदोष काल
सायं 6.40 से 8.59 बजे तक
दिशाशूल व परिहार
सोमवार को पूर्व दिशा में दिशाशूल होता है। सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा से पहले दर्पण देखना शुभ माना जाता है।
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