
नई दिल्ली।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को लेकर अक्सर नौकरी छिनने की आशंका जताई जाती है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि एआई न केवल रोजगार सृजन में मददगार साबित होगा बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को भी नई रफ्तार देगा।
इसी दिशा में नीति आयोग ने एआई पर एक रिपोर्ट तैयार की है, जिसे सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जारी किया। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2035 तक भारत की अर्थव्यवस्था 8 लाख करोड़ डॉलर से अधिक होने का अनुमान है, जिसमें अकेले एआई का योगदान 1.4 से 1.9 लाख करोड़ डॉलर तक हो सकता है।
रिपोर्ट में एआई के उपयोग से अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए 18 प्रमुख सेक्टरों की पहचान की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि एआई भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक अहम भूमिका निभाएगा।
