आज की जीवनशैली में प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यूनिटी) का मजबूत होना न केवल स्वास्थ्य की रक्षा करता है बल्कि शारीरिक और मानसिक संतुलन भी बनाए रखता है। समग्र जीवनशैली विशेषज्ञ ल्यूक कोटिन्हो ने हाल ही में कुछ भारतीय फलों और मसालों की सूची साझा की है जो आपकी इम्यूनिटी को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
कोटिन्हो के अनुसार, ‘आपका भोजन ही आपकी पहली दवा है। नींद से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक, हर पहलू प्रतिरक्षा प्रणाली पर असर डालता है। यदि आहार संतुलित हो, तो बीमारियाँ अपने आप दूर रहती हैं।’
इम्यूनिटी क्या है?
इम्यूनिटी, हमारे शरीर की वह सुरक्षा प्रणाली है जो बाहरी रोगाणुओं और संक्रमणों से लड़ती है। यह एक अदृश्य प्रहरी की तरह काम करती है, जो शरीर के अंदरुनी संतुलन को बनाए रखती है।
यदि आप अपने दैनिक आहार में इन प्राकृतिक तत्वों को शामिल करें तो न केवल आपकी इम्यूनिटी बढ़ेगी बल्कि जीवनशैली भी अधिक संतुलित और स्वस्थ हो जाएगी। ल्यूक कोटिन्हो की यह सलाह खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो रोगों से बचते हुए प्राकृतिक जीवन अपनाना चाहते हैं।

इम्यूनिटी बढ़ाने वाले भारतीय फल
पपीता: विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर पपीता शरीर में सूजन को कम करता है और पाचन को दुरुस्त रखता है। इसमें मौजूद पपेन और फाइबर इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।
आंवला: भारतीय आवंला या अमृता विटामिन C का भंडार है। इसका नियमित सेवन संक्रमण और सूजन से बचाव करता है।
अनार: यूसीएलए हेल्थ के अनुसार, अनार बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकता है। यह न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि शरीर को संक्रमण से लड़ने की शक्ति भी देता है।

इम्यूनिटी बढ़ाने वाले मसाले
हल्दी: इसमें मौजूद कर्क्यूमिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
अदरक: अदरक में मौजूद जिंजरोल प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और सर्दी-खांसी जैसे सामान्य संक्रमण से रक्षा करता है।
दालचीनी: दालचीनी में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो न केवल इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं, बल्कि रक्त शर्करा को संतुलित रखने में भी सहायक हैं।