
नई दिल्ली। मेटा 16 दिसंबर 2025 से अपने एआई चैट टूल्स के जरिए यूज़र्स की बातचीत (टाइप या वॉइस) का उपयोग व्यक्तिगत फीड और विज्ञापन दिखाने के लिए करेगा। इसका मतलब है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हॉट्सऐप और मैसेंजर पर आपकी चैट सीधे आपके फीड और विज्ञापन को प्रभावित करेगी।
एआई चैट्स जिनमें सवाल, कमांड और सामान्य बातचीत शामिल हैं, मेटा के डेटासेट में शामिल की जाएँगी। उदाहरण के लिए, यदि कोई यूज़र हाइकिंग के बारे में बात करता है, तो उसे भविष्य में हाइकिंग ग्रुप्स, दोस्तों के ट्रेल पोस्ट या हाइकिंग गियर के विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं। यह फीचर जुड़े हुए अकाउंट्स पर भी असर डालेगा।
मेटा ने कहा है कि धर्म, यौनिकता, स्वास्थ्य, राजनीति, जाति या नस्ल जैसे संवेदनशील विषयों की बातचीत को वैयक्तिकृत विज्ञापन में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। यूज़र्स को इस बदलाव के बारे में 7 अक्टूबर से नोटिफिकेशन भेजकर जानकारी दी जाएगी।
यह अपडेट अधिकांश वैश्विक उपयोगकर्ताओं के लिए लागू होगा, लेकिन यूके, यूरोपीय संघ और दक्षिण कोरिया में नियामक और गोपनीयता नियमों के कारण इसे लागू नहीं किया जाएगा। अनुमान है कि इससे एक अरब से अधिक मासिक सक्रिय यूज़र्स प्रभावित होंगे।
