
मुंबई। एयरटेल बिजनेस को भारतीय रेलवे सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर का बहुवर्षीय अनुबंध मिला है। इसके तहत एयरटेल एक ग्रीनफील्ड, मल्टी-लेयर्ड साइबर सिक्योरिटी इकोसिस्टम तैयार करेगा, जो पूरे वर्ष 24×7 निगरानी और सुरक्षा प्रदान करेगा। यह रेलवे के डिजिटल बैकबोन को सुरक्षित रखते हुए टिकटिंग, ट्रेन ट्रैकिंग, सिग्नलिंग और माल ढुलाई जैसी सेवाओं को और मज़बूत बनाएगा।
बता दें कि भारतीय रेलवे प्रतिदिन 13 हजार से अधिक ट्रेनों का संचालन करती है, 2 करोड़ यात्रियों को सेवाएँ देती है और लाखों डिजिटल लेनदेन करती है। ऐसे में साइबर सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। एयरटेल का यह सुरक्षा ढांचा रेलवे के 26 केंद्रों पर तैनात 1.6 लाख कर्मचारियों और 1.9 लाख से अधिक डिजिटल संसाधनों की रियल टाइम निगरानी करेगा।
एयरटेल सिक्योर सिस्टम में एआई-आधारित एंडपॉइंट प्रोटेक्शन, वल्नरेबिलिटी मैनेजमेंट, थ्रेट इंटेलिजेंस, और डार्क वेब मॉनिटरिंग जैसी उन्नत तकनीकें शामिल होंगी। यह मशीन लर्निंग और बिहेवियरल एनालिटिक्स के माध्यम से खतरों की पहचान 20 सेकंड से भी कम समय में करने में सक्षम होगा।
एयरटेल बिजनेस के सीईओ शरत सिन्हा ने कहा, “बढ़ते साइबर खतरों के बीच संचालन की निरंतरता और यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। भारतीय रेलवे के डिजिटल नेटवर्क की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिलना हमारे लिए गर्व की बात है।”
रेलवे बोर्ड के ईडी (आईटी) दिलीप कुमार ने कहा, “आईआरएसओसी से रेलवे की संपत्तियों की केंद्रीकृत निगरानी, खतरे की पहचान और समाधान की क्षमता बढ़ेगी, जिससे सेवा वितरण और यात्रियों की सुविधा में सुधार होगा।”
इस पहल से भारतीय रेलवे की डिजिटल सेवाएँ और मजबूत होंगी तथा 1 अरब से अधिक लोगों को टिकट बुकिंग, भुगतान और ट्रेन ट्रैकिंग जैसी सेवाओं में अधिक सुरक्षा और भरोसे का लाभ मिलेगा।
