◆ शिशोदा में बना राजस्थान का सबसे आधुनिक सरकारी स्कूल

● जयपुर । नाथद्वारा उपखंड के शिशोदा गांव में बना राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अब राजस्थान के सबसे बड़े और अत्याधुनिक सरकारी स्कूलों में गिना जाएगा। मुंबई में सफल व्यवसायी बने गांव के मेघराज धाकड़ ने अपने बचपन के इस स्कूल की दुर्दशा देख उसे नया जीवन देने का निश्चय किया। उन्होंने राजस्थान सरकार से अनुमति लेकर 15 करोड़ रुपये की लागत से स्कूल का कायाकल्प कर दिया।
आधुनिक सुविधाओं से लैस परिसर
50 हजार वर्गफीट क्षेत्र में बने तीन मंजिला भवन में 40 कक्ष, प्रयोगशालाएँ, कंप्यूटर कक्ष, वाचनालय, प्रार्थना सभागार, मीटिंग हॉल और खेल मैदान हैं। पूरा परिसर सीसीटीवी निगरानी में है, इंटरलॉकिंग फर्श और बाउंड्रीवॉल से घिरा हुआ है। विद्यालय में वॉलीबॉल और बास्केटबॉल कोर्ट के साथ भविष्य में अत्याधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना भी है।
संवेदना से सेवा तक का सफर
मेघराज धाकड़ ने छोटे भाई अजीत के साथ माता-पिता की स्मृति में विद्यालय का निर्माण कराया, जिसका शिलान्यास 2019 में तत्कालीन मंत्री किरण माहेश्वरी ने किया था। छह वर्षों में तैयार यह भवन अब “कंकुबाई-सोहनलाल धाकड़ राउमावि शिशोदा” नाम से जाना जाएगा, जिसे मंगल चेरिटेबल ट्रस्ट, मुंबई ने बनवाया है।

शिशोदा और आसपास के 30 गांवों के छात्र अब उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा गांव में ही प्राप्त कर सकेंगे। कृषि, कंप्यूटर विज्ञान जैसे नए संकायों की शुरुआत शिक्षा विभाग ने स्वीकृत की है। ट्रस्ट ने “स्किल ऑफ नाथद्वारा” योजना के तहत पंचायत को शत-प्रतिशत साक्षर बनाने और युवाओं को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय अवसरों से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है।
इतिहास से जुड़ा गांव, भविष्य की ओर अग्रसर
रणभूमि हल्दीघाटी के निकट स्थित शिशोदा गांव महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी के पूर्वजों से ऐतिहासिक रूप से जुड़ा माना जाता है। अब यही गांव शिक्षा और सेवा के नए युग का प्रतीक बन गया है जहां एक प्रवासी पुत्र ने अपनी मातृभूमि को ज्ञान का मंदिर समर्पित किया है।
