
टीम इंडिया के अनुभवी तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी और चयन समिति के बीच फिटनेस को लेकर चल रही खींचतान एक बार फिर सुर्खियों में है। हाल ही में शमी ने खुद को ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर किए जाने पर नाराजगी जताते हुए चयनकर्ताओं पर तीखा तंज कसा था। उन्होंने कहा था, “अगर मैं रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए फिट हूं, तो फिर वनडे या टी20 के लिए क्यों नहीं?”
शमी ने साफ किया कि बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी में उनकी उपलब्धता ही उनकी फिटनेस का प्रमाण है और चयन समिति को अपनी स्थिति बताना उनका दायित्व नहीं है। उनके इस बयान के बाद मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर को सफाई देनी पड़ी।
दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान जब आगरकर से शमी के आरोपों पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने संयमित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “शमी भारत के लिए एक अविश्वसनीय परफॉर्मर हैं। अगर उन्होंने कुछ कहा है तो हमें आपस में बात करनी चाहिए। इंग्लैंड दौरे से पहले भी हमने कहा था कि अगर वह फिट होंगे तो टीम में शामिल होंगे। दुर्भाग्य से तब वह पूरी तरह फिट नहीं थे। अब घरेलू सीज़न शुरू हुआ है, हम देख रहे हैं कि उनकी फिटनेस कैसी है।”
आगरकर ने आगे जोड़ा, “यह रणजी ट्रॉफी का पहला राउंड है। आने वाले मैचों में हम उनकी गेंदबाज़ी देखेंगे। अगर वह अपनी क्षमता के अनुसार गेंदबाजी करते हैं तो शमी जैसे खिलाड़ी को कौन नहीं चाहेगा?”
उल्लेखनीय है कि शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी के बाद आखिरी बार भारत के लिए खेला था और उस टूर्नामेंट में वरुण चक्रवर्ती के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। हालांकि 2023 विश्व कप के बाद उनके टखने और घुटने की सर्जरी हुई थी, जिसके कारण वह लंबे समय तक मैदान से दूर रहे।
अब जब शमी ने रणजी में वापसी की है, तो सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या वह एक बार फिर अपने पुराने लय में लौट पाते हैं और क्या चयन समिति उन्हें ऑस्ट्रेलिया के बाद की किसी बड़ी सीरीज़ में मौका देती है।
