● प्रतापगढ़ राम कथा की पूर्णाहुति कल

● प्रतापगढ़ । पूज्यश्री प्रेमभूषण महाराज के कृपापात्र शिष्य राजन महाराज के व्यासत्व में परानूपुर, कुंडा, श्रृंगवेरपुर (प्रतापगढ़) में 11 अक्तूबर से 19 अक्तूबर तक प्रतिदिन अपराह्न 3 से सायं 7 बजे तक आनंद पांडे के संकल्प एवं लोकप्रिय विधायक कुँवर रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) के संरक्षण में चल रही दिव्य रामकथा के सप्तम दिवस की कथा में राजन महाराज ने कहा कि केवट द्वारा भगवान के चरणामृत का पान करते ही उसका चिंतन बदल गया और उस पर भगवान का अनुग्रह हो गया।
उन्होंने अनुग्रह की सुंदर व्याख्या करते हुए कहा कि ग्रहों का जीवन के अनुकूल हो जाना ही अनुग्रह है और यह केवल रामकृपा से संभव है। संतों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस श्रृंगवेरपुर धाम की रामकथा में नित्य संतों का दर्शन और आशीर्वाद मिल रहा है, ऐसा लगता है जैसे यहाँ महाकुंभ लगा हुआ है।

राजन महाराज ने कहा कि विचारों का सीधा प्रभाव जीवन पर पड़ता है। दुष्ट व्यक्ति के लगाए वृक्ष से कभी मीठे फल नहीं निकलते। भजन की महिमा बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस परिवार में भजन आरम्भ हो जाए, वहाँ कलह समाप्त हो जाता है। भगवान शिव के परिवार में विरोधाभास होने पर भी कोई द्वंद नहीं दिखता क्योंकि पूरा परिवार भजन में लीन रहता है। उन्होंने सावधान किया कि घर में शिवबाबा की चीलम पीते हुए तस्वीर कभी नहीं लगानी चाहिए।
राजन महाराज ने कहा कि तुलसी की अत्यंत महिमा है, इसलिए हर सनातनी को तुलसी की माला धारण करनी चाहिए। भगवान स्वयं उसका पालन करते हैं। तुलसी माला धारण करने वाले जीव को भगवान सहज ही स्वीकार कर लेते हैं।

इस अवसर पर अयोध्या के श्रीरामवल्लभाकुंज से पधारे राजकुमार दास जी महाराज (अधिकारी जी), पूज्य मिथिला बिहारी जी महाराज (हाईटेक बाबा), मुंबई से आरके मिश्रा, गायक अनुराग पंडित, सुल्तानपुर के जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकुमार सिंह, अयोध्या जनसत्ता दल के जिला अध्यक्ष जे.डी. सिंह तथा लखनऊ से अभिमन्यु पांडे सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
