● शांति बाहर नहीं, भीतर से उपजती है। योग उसका माध्यम है।

वार – शनिवार
तिथि – दशमी
नक्षत्र – अश्विनी 19:49 तक तदुपरांत भरणी
योग – अतिगंड 20:27 तक तदुपरांत सुकर्मा
करण – विष्टि 07:18 तक तदुपरांत बव
आज के मुहूर्त
राहुकाल – 08:51 – 10:37 अशुभ
अभिजीत – 11:55 – 12:51 शुभ
दिशा शूल व परिहार
शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचें। अत्यावश्यक स्थिति में शनिवार को अदरक एवं उड़द खाकर प्रस्थान किया जा सकता है।