
● मुंबई
बंगाल की खाड़ी में एक नई मौसमी प्रणाली तेजी से सक्रिय हो रही है, जो आगे चलकर चक्रवात सेनयार का रूप ले सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार निम्न दबाव क्षेत्र के 24 नवंबर तक गहरे दबाव में बदलने का अनुमान पहले ही जताया जा चुका है। इसी संभावित प्रणाली का असर अब महाराष्ट्र के मौसम पर भी दिखाई देना शुरू हो सकता है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह चक्रवाती गतिविधि बंगाल की खाड़ी से उठकर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रही नमी को महाराष्ट्र के तटीय इलाकों तक खींच सकती है। इसके परिणामस्वरूप 24 नवंबर को कोंकण तट मुंबई, रायगड, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में हल्की बारिश होने की संभावना है। लंबे समय से चल रहे शुष्क और गर्म मौसम के बीच यह वर्षा थोड़ी राहत लेकर आ सकती है।

मुंबई में हल्की से मध्यम बारिश के आसार जताए गए हैं। तटीय और पश्चिमी उपनगरों में कुछ स्थानों पर अपेक्षाकृत अधिक वर्षा दर्ज की जा सकती है। दोपहर और शाम के समय बादलों की आवाजाही बढ़ने से उमस का स्तर भी ऊपर जा सकता है, हालांकि तापमान में हल्की गिरावट की उम्मीद है।
इधर, चक्रवात सेनयार का मुख्य प्रभाव अभी भी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के आसपास केंद्रित है, जहाँ भारी बारिश, तेज हवाओं और ऊँची समुद्री लहरों की चेतावनी जारी है। महाराष्ट्र में इसका प्रभाव सीमित रहते हुए केवल हल्की नमी और छिटपुट वर्षा के रूप में दिखाई दे सकता है।
