● कथा वाचक रमेश शास्त्री का अनुकरणीय योगदान

जयपुर।
संस्कार, श्रद्धा और सेवा का ऐसा संगम कम ही देखने को मिलता है जैसा रविवार को कोटखावदा तहसील के ग्राम महादेवपुरा स्थित कामधेनु गौशाला में देखने को मिला। यहां गरुड़पुराण कथा वाचक पं. रमेशचंद्र शास्त्री (निवासी – दनाऊ कला) ने अपनी वर्षभर की कथा-सेवा से प्राप्त ₹19,15,666 की पूरी राशि गौशाला को समर्पित कर दी।
गौशाला संरक्षक सत्यनारायण ठाकुरिया ने जानकारी दी कि शास्त्रीजी पिछले 13 वर्षों से इसी तरह प्रतिवर्ष गोसेवा हेतु राशि अर्पित करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह धनराशि कथा के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा पुस्तक पर अर्पित की गई भक्ति-भावना की देन है।
शास्त्रीजी ने इसे ‘मैं तो बस डाकिया हूं, असली दाता तो जनता है’, कहकर सहज भाव से स्वीकार किया। उन्होंने अपने जीवन का चिंतन, मनन और ज्ञान सब कुछ गौमाता की सेवा को समर्पित कर रखा है।
कार्यक्रम के दौरान पुष्कर राज व्यास ने कहा, ‘शास्त्रीजी का यह त्याग असाधारण है। वे निजी खर्चे पर दूर-दूर तक जाकर कथा करते हैं और उसकी सारी आय बिना किसी स्वार्थ के गोसेवा में अर्पित कर देते हैं।’ (साभार:पत्रिका)