● अंतरिक्ष एजेंसी नासा बजट संकट में
● JPL बेच सकता है उपग्रह

वॉशिंगटन डीसी।
अमेरिका की अग्रणी अंतरिक्ष संस्था नासा इन दिनों एक अप्रत्याशित वित्तीय संकट से जूझ रही है। खबर है कि नासा की प्रतिष्ठित शाखा Jet Propulsion Laboratory (JPL) अब अपने कुछ Earth-monitoring सैटेलाइट्स को बेचने या लीज पर देने की तैयारी कर रही है। यह फैसला संभावित रूप से ट्रंप प्रशासन द्वारा प्रस्तावित विज्ञान बजट में 50 प्रतिशत तक की कटौती के कारण लिया जा रहा है।
बिक्री की योजना को लेकर चर्चा तेज
JPL द्वारा इस योजना को अंदरूनी तौर पर Going Out of Business Sale नाम दिया गया है। इस बिक्री में वे उपग्रह शामिल हो सकते हैं जो पृथ्वी के वातावरण, जलवायु परिवर्तन और तूफानों की निगरानी में इस्तेमाल होते हैं। इनमें OCO-2, OCO-3, Terra, Aqua, Aura और CLARREO Pathfinder जैसे मिशनों के सैटेलाइट्स शामिल हो सकते हैं। कुछ उपग्रह ऐसे भी हैं जिनका प्रक्षेपण अभी तक हुआ ही नहीं है।
वैज्ञानिकों की तीखी प्रतिक्रिया
JPL के सीनियर इंजीनियर लुइस अमारो ने लिंक्डइन पर व्यंग्य करते हुए लिखा, ‘हमें इन दिनों JPL में मजाकिया मूड बनाए रखना पड़ रहा है।’ वहीं NASA के आर्टेमिस IV मिशन से जुड़े यूसुफ जॉनसन ने कहा, ‘सांप का तेल अब भी बिकता है।’ The Planetary Society के स्पेस पॉलिसी विशेषज्ञ केसी ड्रेयर ने इस कटौती को space science के लिए extinction‑level event करार दिया।
क्यों महत्वपूर्ण हैं ये उपग्रह?
ये सैटेलाइट्स पृथ्वी के वातावरण, कार्बन उत्सर्जन, समुद्री तापमान, और जलवायु परिवर्तन के रुझानों पर बारीकी से नजर रखते हैं। इनका डेटा प्राकृतिक आपदाओं से पहले चेतावनी देने और दीर्घकालिक जलवायु नीति निर्धारण में अहम भूमिका निभाता है।
बजट कटौती से गहराया संकट
विभिन्न रिपोर्टों के मुताबिक ट्रंप प्रशासन की प्रस्तावित योजना के तहत NASA विज्ञान विभाग का बजट आधे से अधिक घटाया जा सकता है, जिससे 2,000 से अधिक कर्मचारियों की नौकरियाँ खतरे में हैं। साथ ही कई प्रमुख मिशनों की फंडिंग रोकने की बात भी चल रही है।
अब आगे क्या?
यह योजना फिलहाल विचार के स्तर पर है और इसका अंतिम निर्णय अमेरिकी कांग्रेस को लेना है। कुछ विधायकों ने इस पर आपत्ति जताई है और आश्वासन दिया है कि जलवायु विज्ञान और पृथ्वी मिशनों को पर्याप्त समर्थन दिया जाएगा।
स्रोत: Orbital Today, Futurism, The Guardian, E&E News, Washington Post