
मुंबई।
आध्यात्मिक विरासत और सामाजिक एकता का अद्वितीय संगम बनी हिंदी फिल्म ‘संत तुकाराम’ देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। करज़ोन फिल्म्स और निर्देशक आदित्य ओम की इस महत्वाकांक्षी कृति में, महाराष्ट्र के महान संत तुकाराम जी के जीवन पर पहली बार हिंदी भाषा में गहराई से प्रकाश डाला गया है। फिल्म का भावपूर्ण गीत ‘माउली माउली’ दर्शकों के बीच विशेष लोकप्रियता पा रहा है, जिसे स्वर और संगीतबद्ध किया है बहुमुखी प्रतिभा के धनी रवि त्रिपाठी ने।
रवि त्रिपाठी का कहना है,’यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, मेरे लिए एक आध्यात्मिक यात्रा है। तुकाराम महाराज जैसे महान संत के जीवन को हिंदी भाषा में स्वर देना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। आज जब भाषा, धर्म और क्षेत्रवाद के नाम पर समाज में विभाजन की लकीरें खींची जा रही हैं, ऐसे समय में यह फिल्म देश को एकता का संदेश देती है।’
सशक्त कलाकारों से सजी है फिल्म
इस फिल्म में मराठी सिनेमा के चर्चित अभिनेता सुबोध भावे संत तुकाराम के रूप में नजर आ रहे हैं। साथ ही हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार संजय मिश्रा, अरुण गोविल, शिशिर शर्मा, शीना चौहान और शिवा सूर्यवंशी अपने-अपने प्रभावशाली किरदारों से फिल्म को गहराई प्रदान करते हैं।

रवि त्रिपाठी : स्वर, संगीत और संस्कार के संगम
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जन्मे और सुरेश वाडकर जैसे दिग्गज गायक के शिष्य ₹ रवि त्रिपाठी ने अपने संगीत सफर में राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत का नाम रोशन किया है। इंडियन आइडल 2 के मेगा फाइनलिस्ट रह चुके रवि, न सिर्फ एक कुशल गायक हैं बल्कि एक संवेदनशील संगीतकार और मंचीय कलाकार भी हैं।
कुछ प्रमुख उपलब्धियां
- एशियन गेम्स 2010 में चीन के ग्वांगझू शहर में 4000 कलाकारों के बीच भारत का प्रतिनिधित्व।
- जैकी चैन के साथ चीन के काउंटडाउन शो में विशेष प्रस्तुति।
- रामायण (NDTV) और देवों के देव महादेव, शिरडी साईं बाबा जैसे धारावाहिकों में भजनों को स्वर देना।
- चांदनी चौक टू चाइना फिल्म में बप्पी लाहिरी के लिए गाना।
- फौजी-2 वेब सीरीज का लोकप्रिय गीत ‘मिजाज बड़ा’।
- मैं भारत बोल रहा हूँ गीत का संगीत निर्देशन जिसमें सुरेश वाडकर, कैलाश खेर, शान और अंकित तिवारी जैसे नाम शामिल।
- 6000 से अधिक लाइव शो भारत और विदेशों में।
- आगामी फिल्मों में सोनू निगम, पलक मुच्छल, मालिनी अवस्थी जैसे गायकों के साथ संगीत निर्देशन।
प्रतापगढ़ में संगीत विद्यालय
संगीत के साथ रवि त्रिपाठी समाज सेवा के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। वे प्रतापगढ़ के लालगंज में एक संगीत विद्यालय संचालित करते हैं जो स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान करता है। बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में भी उनकी उल्लेखनीय भूमिका है।