● एक इंजेक्शन से बच्चों और वयस्कों की सुनने की शक्ति लौटी

बीजिंग।
एक क्रांतिकारी शोध में वैज्ञानिकों ने जन्मजात बहरेपन से पीड़ित बच्चों और युवाओं की सुनने की क्षमता को एक जीन थेरेपी इंजेक्शन के जरिए सफलतापूर्वक बहाल कर दिया है। यह चिकित्सा विज्ञान के इतिहास में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इस अंतरराष्ट्रीय अध्ययन का नेतृत्व Karolinska Institutet (स्वीडन) और चीन के शोध संस्थानों ने मिलकर किया। शोधकर्ताओं ने एक सुरक्षित वायरल वाहक (AAV) के जरिए OTOFERLIN (OTOF) जीन की स्वस्थ प्रति सीधे कान के अंदर पहुंचाई। यह जीन श्रवण संकेतों को मस्तिष्क तक पहुंचाने के लिए आवश्यक otoferlin प्रोटीन बनाता है।
चौंकाने वाले परिणाम
कुल 10 प्रतिभागी (1 से 24 वर्ष की उम्र) थे, जिन्हें जन्म से OTOF जीन से संबंधित बहरापन था। एक महीने के भीतर सभी में श्रवण क्षमता में आश्चर्यजनक सुधार देखा गया और एक 7 वर्षीय बच्ची की सुनने की शक्ति लगभग सामान्य हो गई। सभी मरीजों में औसत श्रवण सीमा 106 डेसिबल से घटकर 52 डेसिबल हो गई। इलाज सबसे अधिक असरदार छोटे बच्चों में, लेकिन वयस्कों में भी सकारात्मक असर देखा गया। अच्छी बात यह रही कि कोई गंभीर साइड इफेक्ट रिपोर्ट नहीं हुआ।
शोधकर्ताओं का कहना है कि अब वे GJB2 और TMC1 जैसे अन्य सामान्य जीन दोषों पर भी जीन थेरेपी विकसित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं, जिससे दुनियाभर के लाखों बहरे लोगों को स्थायी राहत मिल सकती है। इस खोज को चिकित्सा विज्ञान में ‘जनरेटिक ऑडियोलॉजी का युग’ शुरू होने के रूप में देखा जा रहा है। यदि आगे के परीक्षण भी सफल रहे, तो यह इलाज जल्द ही व्यावसायिक रूप से उपलब्ध हो सकता है।
स्थानीय मीडिया सहित Science Daily, GEN Engineering News, Technology Networks आदि ने इस अध्ययन को व्यापक रूप से कवर किया है, जो इस खबर की विश्वसनीयता बढ़ाते हैं।
स्रोत: Jieyu Qi et al., “AAV gene therapy for autosomal recessive deafness 9: a single-arm trial”, Nature Medicine, July 2025.