रवीन्द्र मिश्रा@विरार

किसी प्रतिष्ठान में वर्षों तक कार्य करने वाले लोग प्रायः सेवा-निवृत्त होने पर अपने परिजनों के साथ शानदार पार्टी देकर इस अवसर को मनाते हैं। लेकिन जूचंद्र के निवासी अशोक किणी ने इस परंपरा से हटकर कुछ अलग किया। उन्होंने अपना सेवा-निवृत्ति कार्यक्रम आदिवासी बहुल क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों को आवश्यक वस्तुएं भेंट कर मनाया।
जूचंद्र के शिवछत्रपति समाज सेवा मंडल के सदस्य अशोक सखाराम किणी रेलवे से सेवानिवृत्त होने के बाद विक्रमगढ़ तालुका के आदिवासी गांव आंबेघर और कामन विद्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने विद्यालय के लिए कुर्सी, टेबल और कपाट भेंट किए। इसके अलावा दोनों विद्यालयों में अध्ययनरत 500 विद्यार्थियों को नोटबुक, कंपास और खाने की विविध सामग्री वितरित की।
इस अवसर पर शिवछत्रपति समाज सेवा मंडल के संस्थापक पुरुषोत्तम पाटिल, मेघनाथ पाटिल, विद्याधर भोईर, सुरज भूसारा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। विद्यालय और विद्यार्थियों के प्रति अशोक किणी की सेवा-भावना की सराहना करते हुए विद्यालय के प्राचार्य डुकले सर ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया और उनके कार्य की भरपूर प्रशंसा की।