
■ सुविचार : ज्ञान से बढ़कर कोई संपत्ति नहीं और अज्ञान से बड़ा कोई शत्रु नहीं।
पंचांग@22 अगस्त, 2025
शुक्रवार, भाद्रप्रद कृष्ण पक्ष 14, नक्षत्र- आश्लेषा, योग-वारियान, करण-चतुष्पाद।
पोला
दर्श अमावस्या, पिठोरी अमावस्या
अमावस्या प्रारंभ सुबह 11.55
राहुकाल
सुबह 7.57 से 9.32 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12.16 से 1.06 बजे तक
दिशाशूल व परिहार
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल होता है। शुक्रवार को जौ खाकर यात्रा करने से दिशाशूल का प्रभाव कम होता है।
अस्वीकरण: सद्वार्ता में प्रकाशित या प्रसारित चिकित्सा, स्वास्थ्य, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास व पुराण संबंधी सभी लेख, वीडियो व सामग्री केवल सामान्य जानकारी हेतु प्रस्तुत की जाती है। यह सामग्री विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों से संकलित है किंतु इसका उद्देश्य किसी प्रकार की चिकित्सीय या विशेषज्ञ सलाह देना नहीं है।
कृपया किसी भी उपचार, उपाय या योगिक/ज्योतिषीय अनुशंसा को अपनाने से पूर्व संबंधित क्षेत्र के योग्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
सद्वार्ता इस सामग्री के उपयोग से उत्पन्न किसी भी प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।