
■ सुविचार : समाज की प्रगति तभी संभव है जब शिक्षा, संस्कार और सहयोग की धारा साथ-साथ बहे।
पंचांग@25 अगस्त, 2025
सोमवार, भाद्रप्रद शुक्ल 2, नक्षत्र- उ. फाल्गुनी, योग-सिद्ध, करण-तैतिल।
वराह जयंती
राहुकाल
सुबह 7.57 से 9.32 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12.15 से 1.06
दिशाशूल व परिहार
सोमवार को पूर्व दिशा में दिशाशूल होता है। सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा से पहले दर्पण देखना शुभ माना जाता है।
अस्वीकरण: सद्वार्ता में प्रकाशित या प्रसारित चिकित्सा, स्वास्थ्य, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास व पुराण संबंधी सभी लेख, वीडियो व सामग्री केवल सामान्य जानकारी हेतु प्रस्तुत की जाती है। यह सामग्री विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों से संकलित है किंतु इसका उद्देश्य किसी प्रकार की चिकित्सीय या विशेषज्ञ सलाह देना नहीं है।
कृपया किसी भी उपचार, उपाय या योगिक/ज्योतिषीय अनुशंसा को अपनाने से पूर्व संबंधित क्षेत्र के योग्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
सद्वार्ता इस सामग्री के उपयोग से उत्पन्न किसी भी प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।