● शोध में आश्चर्यजनक पुष्टि

कैम्ब्रिज(अमेरिका)।
क्या आपने कभी अपने कुत्ते को सोते समय पैरों को हिलाते, हल्की आवाज़ें निकालते या पूंछ हिलाते देखा है? अगर हाँ, तो यह उनके सपने देखने का संकेत हो सकता है। वैज्ञानिक शोधों से यह बात सामने आई है कि कुत्तों की नींद के दौरान उनके दिमाग की गतिविधि इंसानों जैसी होती है और वे भी सपनों की दुनिया में खो जाते हैं।
कैसे देखते हैं कुत्ते सपने
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग और अन्य शोध संस्थानों की स्टडीज़ में पाया गया है कि कुत्ते भी REM sleep (रैपिड आय मूवमेंट) चरण में जाते हैं, जो इंसानों में सपने देखने की अवस्था मानी जाती है। इस अवस्था में उनके मस्तिष्क में वही विद्युत गतिविधि देखी गई है जैसी मनुष्यों के सपनों के दौरान होती है।
सपनों का विषय क्या होता है
विशेषज्ञों का मानना है कि कुत्ते अक्सर दिनभर के अनुभवों को अपने सपनों में दोहराते हैं। इसमें टहलना, खेलना, खाना या अपने मालिक से मिला स्नेह शामिल हो सकता है। जब वे सोते समय झटके लेते हैं, पंजे हिलाते हैं या आवाज़ें निकालते हैं, तो इसका मतलब है कि वे इन्हीं अनुभवों को सपनों में जी रहे होते हैं।
क्या वे मालिक को सपनों में देखते हैं?
शोधकर्ताओं का कहना है कि सीधा वैज्ञानिक प्रमाण तो नहीं है कि कुत्ते अपने मालिक को सपनों में देखते हैं, लेकिन यह तर्कसंगत है कि वे उस इंसान को सपनों में याद करते हों, जो उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
कुत्तों के सपने देखना अब केवल धारणा नहीं बल्कि वैज्ञानिक शोधों से प्रमाणित तथ्य है। हालांकि उनके सपनों का विषय पूरी तरह पता लगाना संभव नहीं है, लेकिन इतना ज़रूर कहा जा सकता है कि उनकी सपनों की दुनिया हमारे साथ बिताए लम्हों से ही रंगी होती है।
सोर्स-
Harvard Medical School – Division of Sleep Medicine
American Kennel Club (AKC)
Scientific American