
कल्याण। छोटी-छोटी डायरियों तथा रंग बिरंगी चाक से बनाई गई गणेश जी की आकृति विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। घर पर विराजे जाने वाले गणपति में पिछले कई वर्षों से कल्याण स्थित ओम रेसीडेंसी में रहने वाले विवेक श्रीवास्तव पांच दिन के गणपति की स्थापना करते हैं, साथ ही हर वर्ष कुछ नया रचनात्मक करना उनका शौक है। इस बार उन्होंने बुद्धिदाता गणेशजी की स्थापना की है और अपनी पुत्री विश्रजा और हीरु के साथ मिलकर रंग बिरंगी चाक के माध्यम से गणेश मूर्ति बनाई है जिसका उद्देश्य गणेशजी द्वारा विद्या अर्पित करते रहने और भक्तों में सदबुद्धि का संचार करते रहने का है।
विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि भगवान् के अनन्त रूप हैं एवं उनका सौन्दर्य अप्रतिम है। उनके रूप-सौन्दर्य को दर्शाना केवल हमारी प्रेम और समर्पण युक्त आराधना भर है। उनके श्री चरणों की सेवा कर पाना ही एकमात्र ध्येय है। उन्होंने भक्तजनो को दर्शन-लाभ के लिये सादर आमंत्रित किया है।