● आत्मनिर्भर भारत की कामना के साथ नमामि गंगे ने भेजा अंगवस्त्रम

विनीत त्रिपाठी@मुंबई
देश में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने यानी वोकल फॉर लोकल, आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के मंत्र के साथ आगे बढ़ने की कामना करते हुए ‘नमामि गंगे’ ने पौराणिक काशी की धरा पर निर्मित, श्री काशी विश्वनाथ के आशीर्वाद से परिपूर्ण अंगवस्त्रम लाल बाग के राजा को समर्पित करने के लिए भेजा है।
यह विशेष दुपट्टा 11 मीटर लंबा और 3 मीटर चौड़ा है, जिस पर ‘जय श्री काशी विश्वनाथ’ अंकित है। गुरुवार को नमामि गंगे की ओर से स्टोरीज़ ऑफ काशी के माध्यम से सनातनी संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अग्रणी प्रसिद्ध इंफ्लुएंसर सूर्यांशु शुक्ला इसे मुंबई के ‘लालबागचा राजा’ को अर्पित करेंगे।
मंगलवार को श्री काशी विश्वनाथ दरबार में पर्यावरण एवं नदियों के संरक्षण का संदेश देते हुए ‘हर हर महादेव’ और ‘गौरीनंदन की जय’ के उद्घोष गूंजे। इसी दौरान नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक एवं नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर राजेश शुक्ला के संयोजन में बाबा को स्पर्श कराकर यह दुपट्टा ‘लालबागचा राजा’ के लिए रवाना किया गया।
राजेश शुक्ला ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना देश के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। त्योहारी मौसम में देशवासियों को स्वदेशी उत्पादों को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। उपहार, कपड़े और साज-सज्जा की वही वस्तुएं चुनें जो मेड इन इंडिया हों या भारत की सामग्री से तैयार हुई हों। जीवन से जुड़ी हर चीज़ स्वदेशी होनी चाहिए।
इस आयोजन में सूर्यांशु शुक्ला, शिवांग शर्मा, आयुष तिवारी, समर्थ शर्मा, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के आचार्य अंकित भारती, भुवन सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
अति सुंदर