● यमुना का जलस्तर घटा, श्रद्धालुओं का आवागमन फिर शुरू
● वीआईपी व्यवस्था बंद, कतार में लग कर ही मिलेगा दर्शन

वृंदावन।
यमुना का जलस्तर घटने के साथ ही नगर के कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या धीरे-धीरे समाप्त हो गई है। ज्ञानगुदड़ी, रामानुजनगर, दुर्गापुरम और रतनछतरी समेत कई इलाकों में पानी उतरने से लोगों ने राहत की सांस ली है। वहीं, जुगलघाट परिक्रमा मार्ग से ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर जाने वाला रास्ता आठ दिनों बाद खुलने से श्रद्धालुओं का आवागमन फिर से शुरू हो गया।
चीरघाट से पानीघाट तक परिक्रमा मार्ग का पानी भी उतर गया है, लेकिन जगह-जगह गंदगी और कीचड़ जमा रहने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। परिक्रमा मार्ग के आसपास भरे पानी से उठ रही दुर्गंध से श्रद्धालुओं को गुजरना मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद नगरवासियों ने पंचकोसी परिक्रमा शुरू कर दी है।

हालांकि केशीघाट पर यमुना का जलस्तर ऊंचा होने से घाटों से होकर परिक्रमा अभी बाधित है। भक्तजनों ने राधारमण मंदिर की ओर से होकर परिक्रमा करना शुरू किया है। पानी उतरने के बाद बड़ी संख्या में मछलियां मार्ग और नालियों में फंसी रह गईं, जिन्हें स्थानीय लोग व बच्चे उठाकर फिर से यमुना में डाल रहे हैं।
खादर की कॉलोनियों और श्याम नगर जैसे इलाकों में अब भी पानी भरा हुआ है। कई घरों में कमर तक पानी जमा है और लोग कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। वहीं, सुप्रसिद्ध कात्यायनी देवी मंदिर का चौक और परिसर अब भी एक फीट पानी में डूबा है।

वीआईपी व्यवस्था बंद, कतार में लग कर ही मिलेगा दर्शन
श्री बांके बिहारी मंदिर की उच्चाधिकार प्राप्त प्रबंधन समिति ने दर्शन व्यवस्था में सुधार के लिए कई अहम निर्णय लिए। समिति ने तत्काल प्रभाव से वीआईपी पास की व्यवस्था समाप्त कर दी है और साथ ही श्रद्धालुओं के लिए दर्शन का सीधा प्रसारण शुरू करने की घोषणा की है। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर गठित इस समिति की बैठक में मंदिर में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सुचारु बनाने पर विशेष जोर दिया गया। जिला सूचना अधिकारी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, अब मंदिर में पर्ची कटाकर वीआईपी दर्शन की सुविधा नहीं मिलेगी। इसके साथ ही वीआईपी कटघरा भी हटा दिया जाएगा।