
न्यूयार्क।
कुछ शोध यह संकेत देते हैं कि अधिक बुद्धिमत्ता और अधिक सोचने की प्रवृत्ति (ओवरथिंकिंग) के बीच एक संबंध हो सकता है। उच्च IQ वाले लोग अक्सर अपने विचारों, परिस्थितियों और संभावनाओं का गहराई से विश्लेषण करते हैं। इस कारण वे चिंता, तनाव और बार-बार सोचने की आदत की ओर अधिक झुक सकते हैं।
उदाहरण के लिए, Mensa (उच्च IQ समूह) पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि इनके सदस्यों में सामान्य लोगों की तुलना में चिंता और मूड संबंधी विकार अधिक देखने को मिले। इसी तरह Generalised Anxiety Disorder (GAD) पर हुए शोध से भी संकेत मिला कि जिन लोगों को यह विकार था, उनमें चिंता का स्तर और कभी-कभी IQ भी औसत से अधिक पाया गया।
हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि संबंध का अर्थ कारण नहीं होता। हर उच्च IQ वाला व्यक्ति ओवरथिंकर नहीं होता और न ही हर ओवरथिंकर अधिक बुद्धिमान होता है। वातावरण, व्यक्तित्व और मानसिक स्वास्थ्य की स्थितियाँ भी इस प्रवृत्ति को प्रभावित करती हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि बुद्धिमत्ता और ओवरथिंकिंग के बीच कुछ हद तक जुड़ाव है, लेकिन यह सर्वमान्य नियम नहीं है।
ज्ञात हो कि इस संदर्भ में Differential associations between rumination and intelligence subtypes – du Pont, Karbin, Rhee, Corley, Hewitt, Friedman आदि शोध संयुक्त राज्य अमेरिका में हुए हैं।
स्रोत: • PsychCentral – Recent Research Links Anxiety with Higher IQ • Amaha Health – The Science Behind Overthinking • Best Choice Counselling – When High Intelligence Becomes a Mental Health Challenge