
पंचांग@21 सितंबर, 2025
रविवार, आश्विन अमावस्या, नक्षत्र- पू. फाल्गुनी, योग-शुभ, करण- चतुष्पाद।
खण्डग्रास सूर्यग्रहण-भारत में नहीं दिखेगा इसलिए ग्रहण के नियमों के पालन की आवश्यकता नहीं।
सर्वपित्री दर्श अमावस्या
अमावस्या समाप्ति उ. रात्रि 1.23
राहुकाल
सायं 5.04 से 6.34 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर से 12.07 से 12.56 बजे तक
दिशाशूल व परिहार
रविवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल होता है। रविवार को दलिया, घी या पान खाकर यात्रा करने से दिशाशूल का प्रभाव कम होता है।
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