● सपा में रहें या बसपा में, उनकी हार तय – केशवप्रसाद मौर्य

■ लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता आज़म खान की रिहाई ने हलचल मचा दी है। करीब दो साल जेल में बिताने के बाद मंगलवार को वह सीतापुर जिला कारागार से बाहर आए।
रिहाई के तुरंत बाद ही उनके बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल होने की अटकलें तेज़ हो गईं। इसी बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि आज़म खान चाहे सपा में रहें या बसपा में जाएं, 2027 विधानसभा चुनाव में दोनों दलों की हार तय है।
हालाँकि, सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने इन अटकलों को खारिज करते हुए साफ कहा कि आज़म खान हमेशा सपा के साथ रहे हैं और रहेंगे। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उनकी रिहाई पर प्रसन्नता व्यक्त की और भरोसा दिलाया कि सपा की सरकार बनने पर खान के खिलाफ दर्ज “झूठे मुकदमे” वापस लिए जाएंगे।
रिहाई के बाद आज़म खान का अगला राजनीतिक कदम क्या होगा, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
