
बैंकॉक (थाईलैंड)। ब्रह्मराष्ट्र एकम् विश्व महासंघ द्वारा थाईलैंड के सेथोंन स्थित विष्णु मंदिर में ‘भारत–थाई सनातन धर्म सांस्कृतिक सम्मेलन 2025’ का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कल प्रातः 10 बजे पवित्र सुवर्णभूमि मंगल कलश यात्रा से हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार, पुष्पवर्षा और मंदिर प्रांगण की परिक्रमा के साथ भक्तों ने कलश धारण कर आस्था और पवित्रता का वातावरण निर्मित किया।
उद्घाटन समारोह में युवा संचालक सुमीत सिंह ने मंच संचालन करते हुए अतिथियों का स्वागत किया। दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। श्री शीतला मंदिर, काशी के महंत अवसेश पांडेय ‘कल्लू महाराज’ ने उद्घाटन उद्बोधन में संगठन की एकात्म शक्ति और सनातन संस्कृति के वैश्विक प्रसार पर विचार व्यक्त किए।
पूज्य श्री श्री 1008 डॉ. सचिन्द्र नाथ जी महाराज का परिचय चंद्रप्रकाश पांडेय ने कराया। पूज्य महाराज जी ने ‘शून्य चेतना सिद्धांत’ के माध्यम से चेतना, मन और शरीर के अद्वैत भाव पर प्रकाश डालते हुए धर्म, सेवा और वैश्विक एकता के मार्ग को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में प्रेरक उद्बोधन रविंद्र नाथ जी, महंत धीरेंद्र पांडेय, आशीष गुप्ता तथा हिंदी साहित्य सम्मेलन के कुंतक मिश्रा ने दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में गोवा से पद्मश्री श्री श्री ब्राह्मानंद जी महाराज तथा थाईलैंड के राजपरिवार के कुलगुरु पूज्य श्री फ्रा ख्रु विबून थम्मथात, अभोट – वचिरधम्मवास मंदिर, बैंकॉक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर चंद्र प्रकाश पांडेय की पुस्तक ‘महाकुंभ’ और पूज्य डॉ. सचिन्द्र नाथ जी महाराज की पुस्तक ‘ज्ञानम् सर्वम् सनातनम्’ का विमोचन हुआ।

अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह में उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित हुए-
अनुपम शुक्ला (फिल्म निर्माण), कुंतक मिश्रा (हिंदी प्रचार), कल्लू महाराज (धार्मिक सेवा), सुमीत सिंह (नशा मुक्ति अभियान), कुशाग्र मिश्र (युवा उद्यमी), अनुज जायसवाल (धार्मिक प्रतिष्ठान), सुनील प्रजापति और कृष्णा प्रजापति (ट्रैवल सेवा), विनीत त्रिपाठी (मीडिया सेवा), विजय त्रिपाठी (शिक्षा सेवा) तथा सचिन गुप्ता (इवेंट प्रबंधन)।
प्रतिनिधिमंडल में मुंबई, वाराणसी, लंदन सहित भारत व विश्व के अनेक देशों से श्रद्धालु उपस्थित रहे। श्रद्धा शुक्ला, प्रिया मिश्रा, अवनीश सिंह, अनुपम मिश्र, कनिष्क मिश्रा, रजनी जायसवाल, संतोष कश्यप, सुजीत अधिकारी, राजू राजभर, राकेश गुप्ता, शिवनाथ, विजय यादव, उदय सिंह, डॉ. निशि मल्होत्रा (लंदन) तथा थाईलैंड से साधना, रत्ना, संतोष सिंह, राजू आदि।
पूज्य महाराज जी ने थाईलैंड में सनातन परंपरा को सशक्त बनाने हेतु मंदिर स्थापना का संकल्प लिया। अंत में दोपहर 2 बजे थाई कलाकारों की भव्य प्रस्तुतियों ने भारत–थाई संस्कृति का जीवंत संगम प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का समापन सायं 4 बजे ट्रस्टी सतीश चन्द्र मिश्रा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
