◆ मजदूर पिता की बेटी ने रचा इतिहास

● पुणे । अमेरिका की विश्वप्रसिद्ध अंतरिक्ष संस्था नासा के बारे में हर किसी के मन में जिज्ञासा होती है। पुणे जिले के भोर तालुका स्थित एक छोटी-सी जिला परिषद स्कूल में पढ़ने वाली 12 वर्ष की अदिती पार्थे अब नासा के दौरे पर जा रही है, यह खबर सुनकर पूरा गाँव गर्व से भर उठा है।
बता दें कि अदिती का परिवार बेहद कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रहा है। उसके पिता पुणे के मार्केट यार्ड में हमाली (मजदूरी) का काम करते हैं। घर में किसी के पास स्मार्टफोन तक नहीं है। अदिती ने आज तक ट्रेन में भी सफर नहीं किया, लेकिन अब वही बच्ची हवाई जहाज से अमेरिका की यात्रा करने जा रही है। यह सुनकर उसके माता-पिता के साथ-साथ स्कूल के शिक्षकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
निगुडघर गाँव की यह होनहार छात्रा हर रोज सुबह 3.5 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाती है और शाम को पाँच बजे छुट्टी के बाद एक घंटे पैदल चलकर घर लौटती है। उसकी माँ गाँव में रहती हैं, जबकि अदिती भोर तालुका में अपनी मौसी के घर रहकर पढ़ाई करती है।
जब मुख्याध्यापक ने अदिती को बताया कि उसका चयन नासा के दौरे के लिए हुआ है तो उसकी आँखों में आँसू आ गए। उसने तुरंत अपनी मौसी को यह खबर सुनाई, वे कुछ पल के लिए बोल ही नहीं पाईं। सुबह उसने फोन पर माँ को बताया, “मां, मैं अमेरिका जा रही हूँ!”
अदिती की मौसी मंगला कंक कहती हैं, “हमने अदिती को बचपन से पाला है। हमारे परिवार में किसी ने कभी विमान तक नहीं देखा। अब अदिती अकेले इतनी दूर अमेरिका जा रही है, यह हमारे लिए गर्व की बात है। हमारे गाँव में ज़्यादातर लोग हमाली करते हैं। अगर पढ़ाई न की जाए तो वही राह बचती है। इसलिए हमारा सपना है कि हमारे बच्चे पढ़-लिखकर कुछ बनें और अदिती ने उस सपने को सच कर दिखाया।”
