◆ क्या फर्क पड़ रहा है आपके वाहनों पर?

● नई दिल्ली। देश में E20 पेट्रोल यानी 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल लागू होने के बाद वाहन चालकों के बीच कई तरह की शंकाएँ उभर आई हैं। खासकर यह सवाल बार-बार उठाया जा रहा है कि क्या प्रीमियम पेट्रोल में भी इथेनॉल होता है या नहीं।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत के ज़्यादातर पेट्रोल पंपों पर मिलने वाला सामान्य और प्रीमियम दोनों प्रकार का पेट्रोल अब E20 मिश्रित है। इसमें हिंदुस्थान पेट्रोलियम का Power 95, इंडियन ऑइल के XP95 और XP99, भारत पेट्रोलियम का Speed 97 और शेल का V-Power जैसे लोकप्रिय प्रीमियम ब्रांड शामिल हैं। यानी यह धारणा कि प्रीमियम पेट्रोल में इथेनॉल नहीं होता, अब पूरी तरह गलत साबित हो चुकी है।
हालाँकि, जो वाहन मालिक पूरी तरह इथेनॉल-मुक्त पेट्रोल चाहते हैं, उनके लिए अब भी विकल्प मौजूद है। इंडियन ऑइल का XP100 और हिंदुस्थान पेट्रोलियम का Power 100 ये दोनों 100-ऑक्टेन रेटिंग वाले अल्ट्रा-प्रीमियम ईंधन लगभग इथेनॉल-रहित हैं। इन्हें मुख्यतः हाई-परफॉर्मेंस गाड़ियों के लिए बनाया गया है।

E20 के बावजूद प्रीमियम पेट्रोल के लाभ बरकरार
प्रीमियम पेट्रोल में इथेनॉल शामिल होने के बाद भी उसके फायदे कम नहीं हुए हैं। इसमें खास तरह के ऐडिटिव्स मिलाए जाते हैं, जो इंजन को जंग से बचाते हैं, प्रदर्शन सुधारते हैं और माइलेज बढ़ाने में मदद करते हैं। संक्षेप में कहें तो भारत में अब लगभग हर पेट्रोल E20 मिश्रित है, केवल 100-ऑक्टेन पेट्रोल ही इसका अपवाद है।
सरकारी मानदंड और वाहन पर असर
सरकार ने यह नीति “Ethanol Blended Petrol (EBP) Programme” नाम से लागू की है, जिसमें पेट्रोल में इथेनॉल को मिश्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। यह blending धीरे-धीरे बढ़ाई जा रही है और अब भारत ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल (E20) का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में तेजी दिखाई है।

E20 पेट्रोल से जुड़े मुख्य बिंदु
- E20 पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल होने से इंजन का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है।
- 2023 के बाद बनी अधिकांश नई गाड़ियाँ E20 पेट्रोल के अनुकूल हैं।
- 2017 से पहले बनी गाड़ियों में फ्यूल पाइप और रबर पार्ट्स पर जंग का असर पड़ सकता है।
- इथेनॉल की ऊर्जा क्षमता कम होने से माइलेज लगभग 3–5 प्रतिशत घट सकता है।
- नियमित सर्विसिंग और समय पर इंजन ऑयल बदलना ज़रूरी है।
