
सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। हर महीने दो बार मनाई जाने वाली एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित होती है। आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है, जो इस वर्ष 21 जून 2025 को मनाई जाएगी।
पंडित संतोष मिश्र के अनुसार यह व्रत 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने जितना पुण्यदायी माना जाता है। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखकर लक्ष्मी-नारायण की पूजा करते हैं और पापों से मुक्ति, समृद्धि व मनोकामना पूर्ति की कामना करते हैं।
पंचांग के अनुसार योगिनी एकादशी तिथि 21 जून को सुबह 7:19 बजे शुरू होकर 22 जून को सुबह 4:28 बजे समाप्त होगी। व्रत का पारण 22 जून को दोपहर 1:47 से शाम 4:35 के बीच किया जाएगा।