
ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज हारने के बाद टीम इंडिया के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने टेस्ट क्रिकेट से दूरी बनाने के अपने फैसले पर पहली बार खुलकर बात की है। उन्होंने बताया कि लगातार लंबे समय तक फील्डिंग करना अब उनके लिए आसान नहीं रहा है, क्योंकि उनकी पीठ की समस्या बार-बार उभर आती है।
अय्यर ने कहा, “मैं लगातार दो दिन फील्डिंग नहीं कर सकता। जब मैं लंबे ओवर्स तक मैदान में रहता हूं तो मेरी इंटेंसिटी गिरने लगती है। इंटरनेशनल लेवल पर बने रहने के लिए अपनी ऊर्जा और एकाग्रता बनाए रखना जरूरी है। इसी वजह से मैंने रेड बॉल क्रिकेट से ब्रेक लेने का फैसला किया।”
एडिलेड वनडे में 61 रन की उम्दा पारी खेलने के बावजूद भारत को सीरीज में हार झेलनी पड़ी। इसके बाद जब उनसे टेस्ट क्रिकेट छोड़ने के निर्णय पर सवाल किया गया तो अय्यर ने स्पष्ट किया कि यह कदम उन्होंने मजबूरी में नहीं बल्कि सोच-समझकर उठाया है।
उन्होंने आगे कहा, “रेड बॉल क्रिकेट में लगातार दो दिन फील्डिंग करनी होती है, जो मेरी पीठ के लिए चुनौतीपूर्ण है। जबकि वनडे में एक दिन खेलने के बाद अगले दिन आराम मिल जाता है, जिससे रिकवरी आसान रहती है। इसी वजह से मैंने टीम मैनेजमेंट को यह निर्णय बता दिया था।”
अय्यर का कहना है कि वह फिलहाल सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और पूरी तरह फिट होकर आगे फिर से रेड बॉल क्रिकेट में वापसी करना चाहते हैं।
