■ दादा को भी लपेटा

लंदन।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के पूर्व मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने अपने 21 साल के करियर से जुड़ा एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उनका दावा है कि उन्हें भारत के खिलाफ ओवर रेट मामलों में नरमी बरतने के निर्देश दिए गए थे। इतना ही नहीं, उन्होंने इस मामले में भारतीय टीम और उसके पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का नाम भी लिया है।
68 वर्षीय ब्रॉड ने द टेलीग्राफ को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि आईसीसी में अब राजनीति का दखल बहुत बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि 2003 से 2024 तक मैच रेफरी के रूप में काम करते हुए उन्होंने 622 अंतरराष्ट्रीय मैचों की निगरानी की जो क्रिकेट इतिहास में तीसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। उनका आखिरी मैच फरवरी 2024 में कोलंबो में हुआ था।
ब्रॉड के अनुसार, “एक बार भारत के ओवर रेट में कमी पाई गई थी और नियम के मुताबिक फाइन लगना तय था। तभी आईसीसी से फोन आया और कहा गया ‘थोड़ा नरम रहो, यह इंडिया है।’ फिर हमें समय निकालना पड़ा ताकि टीम फाइन से बच सके।”
उन्होंने आगे बताया कि अगले मैच में, जब कप्तान सौरव गांगुली थे, वही स्थिति दोबारा बनी। इस बार मैंने पूछा कि अब क्या करना है? तो जवाब मिला ‘अब लगाओ पेनल्टी।’ यानी राजनीति तब भी थी, और आज भी है। कुछ लोग सिस्टम में राजनीतिक समझदारी दिखाते हैं जबकि कुछ चुप रहना बेहतर समझते हैं।”
ब्रॉड के इन आरोपों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आईसीसी की निष्पक्षता पर नए सवाल खड़े हो गए हैं।
