■ स्मार्टफोन से बढ़ा डिजिटल खतरा
■ Google ने जारी किया बड़ा अलर्ट

● मुंबई।
स्मार्टफोन ने भले ही हमारी ज़िंदगी को सुविधाजनक बना दिया हो लेकिन इसके साथ डिजिटल धोखाधड़ी का खतरा भी तेजी से बढ़ा है। इसी को देखते हुए Google ने हाल ही में एंड्रॉयड और iPhone यूजर्स के लिए गंभीर चेतावनी जारी की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार हर दिन यूरोप और अमेरिका में लाखों फर्जी मैसेज भेजे जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य लोगों से उनकी बैंकिंग जानकारी चुराना है। Google ने सलाह दी है कि किसी भी संदिग्ध संदेश को तुरंत डिलीट करें क्योंकि उसे फोन में रखना भी सुरक्षा जोखिम हो सकता है।
- कैसे काम करते हैं ये साइबर ठग?
Forbes की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में बैठे साइबर अपराधी ऐसे संदेश भेजते हैं जैसे-
“आपका टोल भुगतान अधूरा है।”
“आपका पार्सल डिलीवर नहीं हो सका।”
“रिफंड पाने के लिए यहां क्लिक करें।”
इन संदेशों में मौजूद लिंक बेहद खतरनाक होते हैं। जैसे ही कोई यूजर उस पर क्लिक करता है, हैकर्स उसके बैंक लॉगिन डिटेल्स, पासवर्ड, लोकेशन और निजी जानकारी तक पहुंच बना लेते हैं। अपराधी विदेशी सिम कार्ड्स का इस्तेमाल करते हैं ताकि उन्हें ट्रैक करना मुश्किल हो। एक नंबर ब्लॉक होते ही वे नया नंबर इस्तेमाल करने लगते हैं।

● टेक कंपनियों की सुरक्षा कोशिशें
Google के अनुसार एंड्रॉयड डिवाइस हर महीने 1 अरब से अधिक स्पैम कॉल्स और संदेशों को ब्लॉक करते हैं, जबकि Gmail 99.9 प्रतिशत स्पैम ईमेल्स को फिल्टर करता है।
वहीं, Apple ने iOS 26 अपडेट में नए कॉल स्क्रीनिंग और मैसेज प्रोटेक्शन फीचर्स जोड़े हैं ताकि संदिग्ध लिंक स्वतः ब्लॉक हो सकें।
Google का कहना है कि सुरक्षा के मामले में एंड्रॉयड फिलहाल बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, हालांकि ये आंकड़े Apple के नवीनतम अपडेट से पहले के हैं।
● ‘स्मिशिंग’ से सावधान रहें
FBI ने चेतावनी दी है कि ऐसे संदेशों को फोन में संभालकर रखना भी खतरनाक है। इस प्रकार की ठगी को “Smishing” कहा जाता है यानी SMS और Phishing का मिश्रण। अगर गलती से आपने ऐसे लिंक पर क्लिक कर दिया है, तो तुरंत अपने बैंक खाते की जांच करें। सभी पासवर्ड बदलें। दो-स्तरीय वेरिफिकेशन चालू करें और साइबर सेल या पुलिस को सूचित करें।
● स्मार्टफोन यूजर्स के लिए सुरक्षा टिप्स
फोन को नियमित रूप से अपडेट रखें, क्योंकि अपडेट्स में सुरक्षा पैच शामिल होते हैं। कभी भी संदिग्ध मैसेज का जवाब या कॉल बैक न करें, इससे आपका नंबर सक्रिय साबित हो सकता है और हैकर्स आपको दोबारा निशाना बना सकते हैं।
