■ रक्तदान के माध्यम से निरंकारी भक्तों ने मानवता की मिसाल पेश की

● मुंबई ।
“मानव सेवा ही सर्वोच्च भक्ति है”, संत निरंकारी मिशन की इस प्रेरणादायक सीख को आत्मसात करते हुए ठाणे के ओवला तथा नवी मुंबई के सानपाड़ा में कुल 230 निरंकारी भक्तों ने रक्तदान कर मानवता की सेवा का संदेश दिया।
ये रक्तदान शिविर संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (SNCF) द्वारा रविवार, 9 नवम्बर 2025 को सुबह 8:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक आयोजित किए गए। इन शिविरों में संत निरंकारी रक्तपेढी, विलेपार्ले (मुंबई) द्वारा रक्त संकलन किया गया।

ओवला-ठाणे
संत निरंकारी सत्संग भवन, ओवला में आयोजित रक्तदान शिविर में 156 भक्तों ने रक्तदान किया, जबकि 200 से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए। शिविर का शुभारंभ निरंकार प्रभु की प्रार्थना से किया गया।
इस अवसर पर पूर्व क्षेत्रीय संचालक श्री बाबूभाई पांचाल, शाखा मुखी लालचंद प्रजापति और सेक्टर संयोजक प्रकाश जोशी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पूर्व नगरसेवक सिद्धार्थ ओवलेकर तथा राम ठाकुर (उपाध्यक्ष, भाजपा ठाणे) विशेष अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। दोनों अतिथियों ने संत निरंकारी मिशन द्वारा किए जा रहे निःस्वार्थ मानवीय सेवाकार्यों की सराहना की।

सानपाड़ा (नवी मुंबई)
संत निरंकारी सत्संग भवन, सानपाड़ा में आयोजित शिविर में 80 पंजीकृत प्रतिभागियों में से 76 भक्तों ने रक्तदान किया। शिविर का शुभारंभ क्षेत्रीय संचालक (सेक्टर 6) अरुण पाटिल द्वारा परमात्मा के आशीर्वाद हेतु प्रार्थना के साथ किया गया। इस अवसर पर स्थानीय सेक्टर संयोजक मनोहर सावंत, अन्य प्रबंधकगण और सेवादल अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने भक्तों में सेवा, करुणा और सहयोग की भावना को प्रेरित किया।

दोनों ही रक्तदान शिविर स्थानीय सेवादल यूनिटों और SNCF स्वयंसेवकों के सक्रिय सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुए। इन आयोजनों ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि संत निरंकारी मिशन केवल आध्यात्मिकता ही नहीं बल्कि मानवता और सामाजिक कल्याण के प्रति अपनी सतत प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
