
● हेलसिंकी (फिनलैंड)
सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में हेलसिंकी ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जो किसी भी आधुनिक महानगर के लिए प्रेरणा बन सकता है। यूरोपीय परिवहन पर्यवेक्षण संस्थान के अनुसार, फिनलैंड की राजधानी ने पिछले एक वर्ष में एक भी सड़क दुर्घटना में मृत्यु दर्ज नहीं की। यह उपलब्धि हेलसिंकी की दूरदृष्टि और ‘विजन जीरो’ नीति की सफलता का प्रत्यक्ष परिणाम मानी जा रही है।
शहर प्रशासन ने बीते वर्षों में यातायात सुधारों की एक श्रृंखला लागू की जिसमें अधिकतर आवासीय इलाकों में गति सीमा 30 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई, प्रमुख चौराहों का पुनः डिजाइन, सड़क प्रकाश व्यवस्था का आधुनिकीकरण और पैदल यात्रियों व साइकिल चालकों के लिए बेहतर मार्ग शामिल हैं। इन सुधारों के साथ ही सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा तथा सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियानों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शहर के परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 के मध्य से लेकर 2025 तक किसी भी नागरिक की सड़क दुर्घटना में मृत्यु नहीं हुई। हालांकि, घायल होने की घटनाएं अभी भी होती हैं, लेकिन गंभीर परिणामों में उल्लेखनीय कमी आई है।

हेलसिंकी पहले भी 2019 में एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर चुका था, जब शहर में किसी भी पैदल यात्री या साइकिल चालक की मृत्यु नहीं हुई थी। अब, लगातार सुधारों और नागरिक अनुशासन ने इस सफलता को और सशक्त बना दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि हेलसिंकी का यह उदाहरण बताता है कि यदि योजनाबद्ध शहरी नियोजन, नियंत्रित गति और मानव-केंद्रित यातायात नीति अपनाई जाए, तो सड़क दुर्घटनाओं को पूरी तरह समाप्त करना संभव है।
इस उपलब्धि के बाद हेलसिंकी को विश्व के सबसे सुरक्षित शहरी यातायात-केन्द्रों में गिना जा रहा है और अब कई यूरोपीय नगर उसी मॉडल को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
