
नई दिल्ली।
20 जून की देर रात दिल्ली एयरपोर्ट पर माहौल भावुक और गर्व से भरा था। जैसे ही युद्ध प्रभावित ईरान से भारतीय नागरिकों को लेकर विशेष विमान उतरा, ‘भारत माता की जय’ और ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ के नारे गूंज उठे। यह राहत मिशन ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया, जिसमें भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया।
इनमें छात्र, तीर्थयात्री और कामकाजी लोग शामिल थे, जो इजरायल-ईरान के बीच बढ़ते तनाव के चलते वहां फंसे हुए थे। भारत सरकार की तेज प्रतिक्रिया और समन्वय ने मिशन को सफल और प्रभावी बनाया। वापस लौटे यात्रियों ने इस अभियान को सुगम और विश्वासपूर्ण बताया।
नोएडा निवासी तजकिया फातिमा ने बताया, ‘वहां युद्ध जैसे हालात थे। हमें नहीं पता था कि हम कैसे लौट पाएंगे, लेकिन भारत सरकार ने सब कुछ बेहद आसान बना दिया। मैं बहुत आभारी हूं।’
एक अन्य यात्री, मोहम्मद अली काजिम ने कहा, ‘मैं मशहद से आया हूं। हम धार्मिक यात्रा पर थे। हालात बहुत खराब थे, खासकर तेहरान में। भारत सरकार और यूपी सरकार ने हमारी वापसी में बड़ी मदद की। घर लौटकर बेहद सुकून मिल रहा है।’