■ महाराष्ट्र में कुत्तों के काटने के मामले बढ़े

● नागपुर
महाराष्ट्र सरकार ने विधानसभा में घोषणा की कि राज्य के शहरों में एनिमल बर्थ कंट्रोल (ABC) केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उद्देश्य है, आवारा कुत्तों की नसबंदी अभियान को गति देना। सरकार के अनुसार 29 नगर निगम क्षेत्रों में करीब 11.88 लाख आवारा कुत्ते हैं जबकि वर्तमान में सिर्फ 105 एबीसी केंद्र उपलब्ध हैं।
यह मुद्दा विधायक अतुल भातखलकर, महेश लांडगे, चेतन तुपे सहित कई सदस्यों द्वारा उठाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान सामने आया। विधायकों ने कुत्तों के हमलों और रेबीज के मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त की।
भातखलकर ने पूछा कि एबीसी केंद्रों का विस्तार कैसे होगा और क्या नए केंद्रों के लिए सरकारी खाली जमीन का उपयोग किया जा सकता है। इसी दौरान कई सदस्यों ने कड़े सवाल भी उठाए।

मुंबई सहित राज्य का नसबंदी डेटा पेश
सरकार ने बताया कि मुंबई में 90,757 आवारा कुत्ते हैं जबकि वहां सिर्फ आठ एबीसी केंद्र या आश्रय हैं। वर्ष 2024–25 में 395 नगरपालिका परिषदों और नगर पंचायतों में 50,844 कुत्तों की नसबंदी की गई। 29 नगर निगम क्षेत्रों में 1.82 लाख से अधिक कुत्तों की नसबंदी हुई।
नए नियम और SOP लागू
शहरी विकास विभाग ने केंद्र सरकार के ABC नियम लागू करते हुए सभी शहरी निकायों को ABC मॉनिटरिंग कमेटियां बनाने का निर्देश दिया है। एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया ने भी पिछले महीने एक विस्तृत SOP जारी की, जिसमें डॉग शेल्टर हाउस बनाने और मानकीकृत प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित करने की बात कही गई है।
शहरी विकास मंत्री माधुरी मिसाल ने सदन को बताया कि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप काम कर रही है और पूरे अभियान की बारीकी से निगरानी की जा रही है। बहस के दौरान राजस्व मंत्री ने आश्वासन दिया कि संबंधित विभागों के विधायक और अधिकारी इस विषय पर आगामी बैठक में विस्तृत रणनीति तैयार करेंगे।
