● भारत से पलायन में गिरावट

नई दिल्ली।
हेनली एंड पार्टनर्स और न्यू वर्ल्ड वेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार 2025 में दुनियाभर से रिकॉर्ड 1.42 लाख हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNWIs) यानी अमीर लोग दूसरे देशों में बसने जा रहे हैं। यह आंकड़ा अब तक का सर्वाधिक है।
इस बार सबसे ज्यादा अमीर ब्रिटेन से पलायन कर रहे हैं 16,500 से अधिक। ब्रेक्सिट, टैक्स बढ़ोतरी और अस्थिरता इसके प्रमुख कारण हैं। वहीं, लगातार दूसरे साल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अमीरों की पहली पसंद बना हुआ है, जहां 9,800 अमीरों के बसने की संभावना है। इसकी वजह टैक्स-मुक्त नीतियां, गोल्डन वीजा और वैश्विक स्तर की जीवनशैली है।
यूके, भारत, रूस, दक्षिण-पूर्व एशिया और अफ्रीका से बड़ी संख्या में अमीर दुबई और अबू धाबी जैसे शहरों का रुख कर रहे हैं। सऊदी अरब भी तेजी से उभर रहा है। भारत से पलायन में गिरावट आई है 2025 में 3,500 अमीरों के जाने की उम्मीद है, जो हाल के वर्षों में सबसे कम आंकड़ा है।
विशेषज्ञों के अनुसार यूएई, माल्टा और मॉन्टेनेग्रो जैसे देश अमीरों के लिए नए आर्थिक केंद्र बन रहे हैं। वहीं भारत और चीन जैसे देश घरेलू अवसरों के चलते अमीरों को रोकने में सफल हो रहे हैं।