● XellSmart की स्टेम सेल थेरेपी मानव परीक्षण में पहुंची

वॉशिंगटन/बीजिंग।
रीढ़ की हड्डी की चोटों के इलाज में एक नई क्रांति का आगाज हुआ है। बायोटेक कंपनी XellSmart की अत्याधुनिक स्टेम सेल थेरेपी XS228 को अमेरिका और चीन में मानव परीक्षण (Phase I ट्रायल) के लिए मंजूरी मिल गई है। यह दुनिया की पहली off-the-shelf iPSC (induced pluripotent stem cell) आधारित थेरेपी है, जिसे रीढ़ की हड्डी की चोट के इलाज में मानवों पर आजमाया जा रहा है।
इस थेरेपी में प्रयोगशाला में विकसित न्यूरल प्रोजेनीटर कोशिकाओं को सीधे घायल रीढ़ की हड्डी में प्रत्यारोपित किया जाता है, ताकि नष्ट हुए तंतुओं की मरम्मत हो सके और शरीर की गतिशीलता फिर से बहाल की जा सके।
प्रीक्लिनिकल परीक्षणों में इस तकनीक ने जानवरों में आशाजनक परिणाम दिखाए हैं जैसे मोटर फंक्शन में सुधार और अंगों की गतिविधि की वापसी। अब इसका उद्देश्य मानवों में पहले सुरक्षा और फिर प्रभावशीलता का परीक्षण करना है। यह शोध रीढ़ की हड्डी से जूझ रहे लाखों रोगियों के लिए आशा की नई किरण माना जा रहा है।