
लखनऊ।
लखनऊ के प्रसिद्ध चंद्रिका देवी मंदिर में साहित्यकार अशोक कुमार पाण्डेय ‘अनहद’ की नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर आधारित शोध पुस्तक ‘एक गुमनाम योद्धा’ का लोकार्पण माता के कर कमलों में समर्पण के साथ सम्पन्न हुआ।
मंदिर के मुख्य पुजारी तीर्थाचार्य पंडित नंद किशोर शर्मा ‘डीएम महाराज’ ने पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि अनहद, सुल्तानपुर निवासी वरिष्ठ साहित्यकार हैं, जिन्होंने नेताजी के 1945 से 1985 तक के गुमनाम जीवन पर गहन शोध किया है।
पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद लेखक ने देशभर की यात्रा कर नेताजी के संपर्क में रहे लोगों से जानकारी जुटाई और 272 पृष्ठों की यह शोधपरक कृति तैयार की। पुस्तक में यह निष्कर्ष सामने आता है कि अयोध्या के गुमनामी बाबा ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे, जिनकी मृत्यु 1945 में नहीं बल्कि 16 सितम्बर 1985 को हुई थी।
प्रांजल प्रकाशन, लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक के लोकार्पण अवसर पर कई गणमान्य नागरिक एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे। डीएम महाराज ने युवाओं के लिए इसे उपयोगी बताते हुए लेखक को धन्यवाद दिया।