● आवश्यक सुविधाएं न होने पर प्रवेश प्रक्रिया होगी स्थगित
● उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांतदादा पाटील का आदेश

मुंबई।
महाराष्ट्र में बी.फार्मा और डी.फार्मा पाठ्यक्रम चलाने वाली सभी शैक्षणिक संस्थाओं को एक माह के भीतर सभी आवश्यक शैक्षणिक और भौतिक सुविधाएं पूर्ण करने का अंतिम अवसर दिया गया है। ऐसा न करने पर उन संस्थाओं की प्रथम वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया (कैप राउंड) को रोक दिया जाएगा। यह चेतावनी राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांतदादा पाटील ने दी है।
इस विषय में मंत्रालय में एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता स्वयं मंत्री चंद्रकांतदादा पाटील ने की। बैठक में 2022 से 2025 के बीच मान्यता प्राप्त बी.फार्मा और डी.फार्मा संस्थाओं द्वारा तय मानकों की पूर्ति की समीक्षा की गई।
बैठक में अपर मुख्य सचिव बी. वेणुगोपाल रेड्डी, तकनीकी शिक्षा निदेशक डॉ. विनोद मोहितकर, महाराष्ट्र तकनीकी शिक्षा मंडल के निदेशक डॉ. प्रमोद नाईक, सहसचिव श्री संतोष खोरगडे सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
पाटील ने स्पष्ट किया कि कई संस्थाएं अभी भी आवश्यक सुविधाएं जैसे कि योग्य शिक्षक, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, छात्रावास व अन्य छात्रहित साधन उपलब्ध नहीं करवा पाई हैं। इसलिए उन्हें फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के ‘स्टैंडर्ड इंस्पेक्शन फॉर्मेट’ के अनुसार इन मानकों को पूरा करने के लिए अंतिम एक माह की मोहलत दी गई है।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सह-निदेशक संस्थाओं का प्रत्यक्ष निरीक्षण करें और इसकी रिपोर्ट तत्काल विभाग को सौंपें। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने वाली संस्थाओं को सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा जबकि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली संस्थाओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।