● गंगा और वरुणा में बाढ़, वाराणसी की सड़कें और गलियां जलमग्न

वाराणसी।
गंगा और वरुणा नदियों में आई बाढ़ ने वाराणसी की सड़कों और गलियों को जलमग्न कर दिया है। शनिवार रात गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 71.26 मीटर को पार कर 71.31 मीटर तक पहुंच गया, जो रविवार शाम तक 47 सेमी ऊपर बह रहा था। उफनती गंगा मानो विश्वनाथ के चरणों को छूने को बेताब हैं।

बाढ़ का पानी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार, मणिकर्णिका, दशाश्वमेध, शीतला और असि घाट तक पहुंच गया है। कई घाटों पर शवदाह में भी दिक्कतें आ रही हैं। गंगोत्री विहार, नगवा, सामनेघाट, बालाजीनगर समेत 50 से अधिक घरों में पानी घुस चुका है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के समीप जल पहुंच रहा हैं कुछ सीढ़िया ही बाकी रह गई हैं। इसी तरह बढ़ाव जारी रहा तो शाम तक गंगा द्वार मे पानी प्रवेश कर जाएगा। मणिकर्णिका घाट की गली में गंगा पानी सतुआ बाबा आश्रम तक आ पहुंचा है तो उधर दशाश्वमेध पर चितरंजन पार्क की ओर पानी चढ़ने को है। असि घाट पर गंगा का पानी जगन्नाथ मंदिर गली तक पहुंच गया है तो गंगोत्री विहार, नगवा, सामनेघाट कालोनियों में सड़क से होते हुए पहुंच गया है।

कोनिया घाट से सारनाथ को जोड़ने वाला पुल बहाव में आकर क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे आवागमन बंद है। करीब 4000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रशासन, जल पुलिस और एनडीआरएफ राहत कार्य में जुटे हैं। जलस्तर प्रति घंटे दो सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है और तेजी से फैल रहा है।